बेंगलुरु. इंग्लिश, कॉफी, डॉलर, कोर्ट, अमिताभ, राज कपूर, शशि कपूर, ये सभी एक गांव में रहते हैं। जी हां, आप हैरान रह गए होंगे कि भला एक गांव में ये सभी कैसे, लेकिन घबराइए नहीं हम आपको हकीकत बताते हैं। दरअसल कर्नाटक के भद्रपुरा गांव के लोग अपने बच्चों का नाम कुछ ऐसे ही रखते हैं। इस गांव के लोग भले ही इंग्लिश नहीं जानते, पर इंग्लिश इनकी घरों में रहता है। कोर्ट भले ही नहीं जाते, पर कोर्ट इनकी घरों में होता है।
इतना ही नहीं राज कपूर, शशि कपूर और अमिताभ बच्चन इस गांव के ही रहने वाले हैं। ये सभी खेत में काम करते मिल जाएंगे। यहां हाई कोर्ट भी चलता-फिरता मिल जाएगा तो बस, ट्रेन और मिलिट्री गलियों में। कॉफी खलिहान में खेलता हुआ मिल जाएगा, तो अमिताभ रोता हुआ।
बताते चलें कि यह हक्की-पिक्की लोगों का गांव है जो घुमंतू जनजाति हैं। आम शहरी लोगों से अलग इस समुदाय के लोग अपने आसपास की रोजमर्रा की चीजों, घटनाओं और स्थान आदि के आधार पर बच्चों के नाम रखते हैं। यदि परिवार दिल्ली से गुजर रहा हो, तो बच्चे का नाम दिल्ली रख दिया जाता है। इतना ही नहीं यदि किसी मां-बाप को कोई खास मिठाई पसंद है तो बच्चे का नाम भी वही रख दिया जाता है।
इतना ही नहीं राज कपूर, शशि कपूर और अमिताभ बच्चन इस गांव के ही रहने वाले हैं। ये सभी खेत में काम करते मिल जाएंगे। यहां हाई कोर्ट भी चलता-फिरता मिल जाएगा तो बस, ट्रेन और मिलिट्री गलियों में। कॉफी खलिहान में खेलता हुआ मिल जाएगा, तो अमिताभ रोता हुआ।
बताते चलें कि यह हक्की-पिक्की लोगों का गांव है जो घुमंतू जनजाति हैं। आम शहरी लोगों से अलग इस समुदाय के लोग अपने आसपास की रोजमर्रा की चीजों, घटनाओं और स्थान आदि के आधार पर बच्चों के नाम रखते हैं। यदि परिवार दिल्ली से गुजर रहा हो, तो बच्चे का नाम दिल्ली रख दिया जाता है। इतना ही नहीं यदि किसी मां-बाप को कोई खास मिठाई पसंद है तो बच्चे का नाम भी वही रख दिया जाता है।
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