इस मॉडल के पिस्टल से गोडसे ने की थी गांधी की हत्या
इस पिस्टल का इतिहास गांधी की हत्या से जुड़ा है। 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने इसी मॉडल के पिस्टल से महात्मा गांधी पर गोलियां चलाई थी। गांधी की हत्या में इस्तेमाल किए गए M1934 बैरेटा पिस्टल का सीरियल नंबर था 606824।
इटली की गन कंपनी बैरेटा द्वारा बनाया गया यह कॉम्पेक्ट सेमीऑटोमेटिक पिस्टल था, इसमें 9 एमएम( .380 कैलीबर) की गोली लगती थी।
कब शुरू हुई थी बैरेटा कंपनीः-
1526 में इटली में स्थापित यह कंपनी पहले सिर्फ गन बैरल बनाती थी। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हथियार की मांग बढ़ी तो बैरेटा ने 1915 में पिस्टल बनाना शुरू किया। इटली के फोर्स को यह कंपनी पिस्टल सप्लाई करने लगी।
इसके बाद बैरेटा विश्व के पिस्टल बनाने वाली बड़ी कंपनियों में शुमार हो गई। उसकी प्रतिद्वंदी कंपनी वाल्दर पीपी की पिस्टल इटली की सेना को पसंद आई। बैरेटा के सामने चुनौती थी कि वह उससे भी बेहतर पिस्टल बनाकर सेना को दे। इसी का परिणाम था M1934 पिस्टल।
इटली की गन कंपनी बैरेटा द्वारा बनाया गया यह कॉम्पेक्ट सेमीऑटोमेटिक पिस्टल था, इसमें 9 एमएम( .380 कैलीबर) की गोली लगती थी।
कब शुरू हुई थी बैरेटा कंपनीः-
1526 में इटली में स्थापित यह कंपनी पहले सिर्फ गन बैरल बनाती थी। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हथियार की मांग बढ़ी तो बैरेटा ने 1915 में पिस्टल बनाना शुरू किया। इटली के फोर्स को यह कंपनी पिस्टल सप्लाई करने लगी।
इसके बाद बैरेटा विश्व के पिस्टल बनाने वाली बड़ी कंपनियों में शुमार हो गई। उसकी प्रतिद्वंदी कंपनी वाल्दर पीपी की पिस्टल इटली की सेना को पसंद आई। बैरेटा के सामने चुनौती थी कि वह उससे भी बेहतर पिस्टल बनाकर सेना को दे। इसी का परिणाम था M1934 पिस्टल।