ब्रिटेन के 55 वर्षीय एवरार्ड क्यूनियन जब असली दुल्हन नहीं तलाश सके तो उन्होंने नकली को घर में लाने का फैसला कर लिया। उन्हें शोरूम्स में सजाई जानी वाली गुडिय़ा काफी पसंद थी लेकिन ये सख्त मटेरियल से बनी होती हैं।
वे इसी तरह की सुंदर-सी कोई डॉल तलाशने लगे जो नरम हो। अब उनके डॉर्सेट स्थित निवास में ऐसी नौ डॉल्स हैं।
एवरार्ड ने 2000 में सबसे पहली आर्टिफिशियल महिला खरीदी थी, जिसे उन्होंने रेबेका नाम दिया था। 2004 तक उनका मन एक और डॉल खरीदने का हुआ। इसका ये मतलब नहीं था कि उनका मन पहली कथित पत्नी से भर गया था।
इससे पहले उनके पास दूसरी खरीदने की गुंजाइश नहीं थी। उन्होंने पहली डॉल पांच हजार पाउंड में खरीदी थी। 2005 में एवरार्ड ने तीसरी डॉल लुइस खरीदी थी।
उनकी इस दीवानगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे डॉल खरीदने से पहले उसके रंग-रूप, बाल और मेकअप पर विचार कर लेते हैं। इसके अलावा डॉल के लिए दर्जनों ड्रेस पहले से खरीद लेते हैं।
वे कहते हैं कि डॉल इंसान नहीं है लेकिन इंसानों के लिए बनी हैं और उन्हें इनसे प्यार है।
वे इसी तरह की सुंदर-सी कोई डॉल तलाशने लगे जो नरम हो। अब उनके डॉर्सेट स्थित निवास में ऐसी नौ डॉल्स हैं।
एवरार्ड ने 2000 में सबसे पहली आर्टिफिशियल महिला खरीदी थी, जिसे उन्होंने रेबेका नाम दिया था। 2004 तक उनका मन एक और डॉल खरीदने का हुआ। इसका ये मतलब नहीं था कि उनका मन पहली कथित पत्नी से भर गया था।
इससे पहले उनके पास दूसरी खरीदने की गुंजाइश नहीं थी। उन्होंने पहली डॉल पांच हजार पाउंड में खरीदी थी। 2005 में एवरार्ड ने तीसरी डॉल लुइस खरीदी थी।
उनकी इस दीवानगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे डॉल खरीदने से पहले उसके रंग-रूप, बाल और मेकअप पर विचार कर लेते हैं। इसके अलावा डॉल के लिए दर्जनों ड्रेस पहले से खरीद लेते हैं।
वे कहते हैं कि डॉल इंसान नहीं है लेकिन इंसानों के लिए बनी हैं और उन्हें इनसे प्यार है।
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