सोशल नेटवर्किंग साइट्स की शुरुआत भले ही दूर बैठे लोगों को नेट पर मिलाने व बात करने का मौका देने के लिए हुई थी, लेकिन अब यह प्लैटफॉर्म नेट यूजर्स के लिए एक एडिक्शन बन चुका है। रिसर्च बताती है कि सोशल मीडिया का एडिक्शन सिगरेट और अल्कोहल से भी ज्यादा है।
हाल ही में हुए एक रिसर्च में कहा गया है कि इसकी खातिर लोग अपनी नींद व सेक्स लाइफ तक की परवाह नहीं करते। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि दूसरों के बारे में जानने व अपने अपडेट्स से उनको इंप्रेस करने की चाहत इस एडिक्शन की एक वजह है साथ ही यहां मिलने वाले कॉम्प्लिमेंट्स एक अलग ही कॉन्फिडेंस देते हैं।
मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि इंट्रोवर्ट नेचर वाले लोगों में यह एडिक्शन ज्यादा देखने को मिलता है। दरअसल , रीयल लाइफ में वे ज्यादा सोशल नहीं हो पाने की वजह से वे वर्चुअल वर्ल्ड में अपनी प्रजेंस दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते। ऐसे नेचर वाले लोगों के लिए अजनबियों से दोस्ती करना कोई बड़ी बात नहीं होती। अगर आप भी इसके एडिक्ट हो चुके हैं तो समय रहते संभल जाएं नहीं तो यह आदत आपकी जीवन शैली बिगाड़ देगा।
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हाल ही में हुए एक रिसर्च में कहा गया है कि इसकी खातिर लोग अपनी नींद व सेक्स लाइफ तक की परवाह नहीं करते। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि दूसरों के बारे में जानने व अपने अपडेट्स से उनको इंप्रेस करने की चाहत इस एडिक्शन की एक वजह है साथ ही यहां मिलने वाले कॉम्प्लिमेंट्स एक अलग ही कॉन्फिडेंस देते हैं।
मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि इंट्रोवर्ट नेचर वाले लोगों में यह एडिक्शन ज्यादा देखने को मिलता है। दरअसल , रीयल लाइफ में वे ज्यादा सोशल नहीं हो पाने की वजह से वे वर्चुअल वर्ल्ड में अपनी प्रजेंस दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते। ऐसे नेचर वाले लोगों के लिए अजनबियों से दोस्ती करना कोई बड़ी बात नहीं होती। अगर आप भी इसके एडिक्ट हो चुके हैं तो समय रहते संभल जाएं नहीं तो यह आदत आपकी जीवन शैली बिगाड़ देगा।
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