कार्यालय म सीबीआई अधिकारी को गुमनाम फोन आया कि एक टाल वाले ने लकडयों में स्मैक छूपा रखी है। अधिकारी ने कर्मचारीयों के साथ उस जगह छापा मारा और पूरी टाल छान मारी।
वह निरंतर सफाई देता रहा। पर अधिकारी का शक बढ गया, तो उसने कर्मचारियों को आदेश दिया, 'जितने मोटे लट्ठे है सबको चीर कर देखो।' कर्मचारियों ने कुल्हाडयां उठाईं और सारे लट्ठे फाड डाले, कुछ नही मिला।
शाम को बंता टाल वाले को फोन मिला- कहो गुरू, काम हुआ!
कैसा काम? बंता चकरा गया।
अरे लकडयां चिर गई कि नहीं....फोकट में।
हां ...अच्छा। तो तुम्हारा किया धरा था यह सब!
हां, ध्यान रखना गुरू, मेरा बगीचा जुतवाने की जिम्मेदारी तुम्हारी है।
वह निरंतर सफाई देता रहा। पर अधिकारी का शक बढ गया, तो उसने कर्मचारियों को आदेश दिया, 'जितने मोटे लट्ठे है सबको चीर कर देखो।' कर्मचारियों ने कुल्हाडयां उठाईं और सारे लट्ठे फाड डाले, कुछ नही मिला।
शाम को बंता टाल वाले को फोन मिला- कहो गुरू, काम हुआ!
कैसा काम? बंता चकरा गया।
अरे लकडयां चिर गई कि नहीं....फोकट में।
हां ...अच्छा। तो तुम्हारा किया धरा था यह सब!
हां, ध्यान रखना गुरू, मेरा बगीचा जुतवाने की जिम्मेदारी तुम्हारी है।
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