सरकार को भयानक जुकाम हो गया था। वह डॉक्टर के पास गया।
डॉक्टर ने उसे सरसरी निगाह से देखकर कहा कि वो अपने कपड़े उतार दे और दोनों हाथों को जमीन पर टिका दे।
सरकार डॉक्टर की बात सुन हैरान-परेशान, लेकिन उसने किया वही जो उससे कहा गया था।
उसे देखने के बाद डाक्टर बोला- ठीक है.. अब जरा जानवरों की तरह चलिए, और कमरे के दायें कोने में जाएं..
सरकार ने यही किया..
डाक्टर साब बोले- ठीक... अब बाएँ कोने में जाएं...
सरकार उधर चला गया।
अब इस कोने में, अब उस कोने में, अब सामने, अब बीच में..
सरकार घबरा के उठ खड़ा हुआ ... डाक्टर साब, कोई गंभीर बीमारी तो नहीं हो गई मुझे?
अरे नहीं- डॉ. साब बोले.. मामूली जुकाम है, ये दो गोली लो सुबह तक ठीक हो जाओगे..
पर डॉ. साब आपने ये मेरा एक घंटे तक इस तरह परीक्षण...
डॉ साब बोले.. कुछ नहीं यार, बात यह है कि मैंने एक काले रंग का सोफा ख़रीदा है,मैं देखना चाहता था इस कमरे में वो किस जगह ठीक दिखेगा।
डॉक्टर ने उसे सरसरी निगाह से देखकर कहा कि वो अपने कपड़े उतार दे और दोनों हाथों को जमीन पर टिका दे।
सरकार डॉक्टर की बात सुन हैरान-परेशान, लेकिन उसने किया वही जो उससे कहा गया था।
उसे देखने के बाद डाक्टर बोला- ठीक है.. अब जरा जानवरों की तरह चलिए, और कमरे के दायें कोने में जाएं..
सरकार ने यही किया..
डाक्टर साब बोले- ठीक... अब बाएँ कोने में जाएं...
सरकार उधर चला गया।
अब इस कोने में, अब उस कोने में, अब सामने, अब बीच में..
सरकार घबरा के उठ खड़ा हुआ ... डाक्टर साब, कोई गंभीर बीमारी तो नहीं हो गई मुझे?
अरे नहीं- डॉ. साब बोले.. मामूली जुकाम है, ये दो गोली लो सुबह तक ठीक हो जाओगे..
पर डॉ. साब आपने ये मेरा एक घंटे तक इस तरह परीक्षण...
डॉ साब बोले.. कुछ नहीं यार, बात यह है कि मैंने एक काले रंग का सोफा ख़रीदा है,मैं देखना चाहता था इस कमरे में वो किस जगह ठीक दिखेगा।
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