लंबे समय तक सोने की बात सामने आते ही हमारे जेहन में प्रसिद्घ हिंदू धर्म ग्रंथ 'रामायण' के एक पात्र कुंभकरण का नाम आता है। लेकिन हममे से शायद ही किसी ने कुंभकरण को देखा होगा। इंग्लैंड की 15 वर्षीय स्टैसी कॉमरफोर्ड की अप्रैल में आंख लग गई थी, जो अब पिछले सप्ताह खुली है। लगातार दो महीने तक सोते रहने की वजह से स्टैसी की परीक्षा छूट गई और वह अपना जन्मदिन नहीं मना सकी।
क्यूं सोई रह गई स्टैसी कौमरफोर्ड
स्टैसी कॉमरफोर्ड को स्नायु(क्लीन सिंड्रोम) से संबंधित समस्या है। इस समस्या से ग्रसित व्यक्तियों की नींद महीनों में पूरी होती है। क्लीन लेविन सिंड्रोम से पीड़ित दुनिया के एक हजार व्यक्तियों में से एक होते हैं। इस समस्या को स्लीपिंग ब्यूटी सिंड्रोम भी कहा जाता है।क्यूं सोई रह गई स्टैसी कौमरफोर्ड
दो महीने की नींद में किशोरी नौ परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पाई। स्टैसी कहती है कि इस स्थिति के लिए लोग उसका जमकर मजाक उड़ाते हैं। उसने कहा, 'मैं नौ परीक्षा नहीं दे पाई तथा जन्मदिन नहीं मना पाई। अब थोड़ी आसानी होती है, क्योंकि लोग अब समझने लगे हैं कि यह क्या है। अब लोगों को समझाना आसान है। पहले वे मुझपर विश्वास नहीं करते थे, जो मेरे लिए सबसे कठिनाई की बात थी।'
कभी भी कहीं भी सो जाती है स्टैसी
किशोरी की मां बर्नी रिचर्ड्स ने कहा कि स्टैसी कभी-कभार केवल पानी पीने और पेशाब जाने के लिए उठती है। इस दौरान उसकी मां फटाफट उसे कुछ खिला-पिला देती हैं, ताकि वह जिंदा रह सके। हालांकि इस दौरान भी स्टेसी नींद में ही होती है और उसे कुछ याद नहीं होता।
किशोरी की मां ने बताया कि स्टैसी के सोने का कोई निश्चित समय नहीं होता है। कई बार वह किचन के फर्श पर भी सोती पाई गई है। खास बात यह है कि जब भी वह नींद से जगती है तो उसे लगता है कि वह एक दिन बाद उठी है।
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