बड़े काम की वेबसाइट्स


Refdesk.com

यह तथ्यों की जांच करने में मददगार वेबसाइट है। यहां पर इतने विविध तथ्य और जानकारियां मौजूद हैं कि छात्रों के लिए इससे बेहतर होमपेज कोई और नहीं हो सकता। गूगल, बिंग और याहू सर्च रेफडेस्क के होमपेज से ही की जा सकती है। इसके साथ-साथ विकीपीडिया, यू-ट्यूब तथा कई डिक्शनरियों तथा इनसाइक्लोपीडिया में भी सर्च की सुविधा मौजूद है। दिन के खास समाचारों, खास तथ्यों, खास लोगों, खास शब्दों, खास घटनाओं आदि की आकाईव भी उपलब्ध है।

Factmonster.com

इस वेबसाइट को ऑनलाइन अल्मनेक, डिक्शनरी, इनसाइक्लोपीडिया और होम वर्क में मदद करने वाले रिसोर्स के रूप में देख सकते हैं। होमपेज पर ही दुनिया की हलचल, लोग, खेल, विज्ञान, गणित जैसे लिंक्स दिए गए हैं, जिनके भीतर जाने पर तथ्यों और जानकारियों का खजाना खुल जाता है। टाइमलाइन सेक्शन यूजर को इतिहास की यात्रा करने का मौका देता है, तो वर्ड वाइस में शब्द-ज्ञान को आजमा सकते हैं। एटलस आपको दुनिया की सैर कराता है।

आइसक्रीम के नाम पर जमा हुआ तेल खिला रही हैं कंपनियां!


आइसक्रीम बनाने वाली कंपनियां इन दिनों कुछ अलग ही गुल खिला रही हैं। सामान्‍य तौर पर आइसक्रीम में मिल्‍क फैट का इस्‍तेमाल होता है। मिल्‍क फैट का इस्‍तेमाल करने के बजाए ये कंपनियां वेजी‍टेबिल फैट का प्रयोग करके आइसक्रीम जैसा उत्‍पाद फ्रोजन डेजर्ट बना रहीं है। लोग आइसक्रीम समझ कर इसे खा रहे हैं।
 
आइसक्रीम के नाम पर फ्रोजन डेजर्ट बेचने का यह कारोबार दिन दूनी रात चौगुनी तरक्‍की कर रहा है। भारत के 1800 करोड़ के आइसक्रीम मार्केट के 40 फीसदी हिस्से पर इसका कब्जा है।

यह है आइसक्रीम और फ्रोजन डेजर्ट में अंतर 

आइसक्रीम व फ्रोजन डेजर्ट में मुख्य अंतर मिल्क फैट व वेजीटेबिल फैट का होता है। आईस्क्रीम में मिल्क फैट होता है, जबकि फ्रोजन डेजर्ट में वेजीटेबिल फैट होता है। आइसक्रीम के मुकाबले फ्रोजन डेजर्ट की कीमत काफी कम होती है। हालांकि दोनों के स्वाद और दिखने में कोई अंतर नजर नहीं आता है लेकिन दोनों की कीमतों में कई गुणे का अंतर होता है मतलब हींग लगे न फिटकरी फिर भी रंग चोखा। मिल्‍क फैट की कीमत जहां 300 रुपये किलो है, वहीं वेजिटेबिल फैट सिर्फ 50 रुपए किलो के हिसाब से मिल जाता है।

ऐसे बनता है फ्रोजन डेजर्ट 

Most Populated Countries


As time goes by, the world's population grows and grows. The population of the human-race now exceeds 7 billion, and is still on the rise! We are now becoming increasingly larger consumers and the population doesn't seem to be slowing-down any time soon.
Here is the list of the top 10 most populated countries in theworld.

1. China
With a massive 1.34 billion, China is the most populated country in the world, with around 19% of the whole world's population living there. China's population has boomed in the last 60 years, because believe it or not, China's population was only 563 million in 1950.

China introduced the one-child policy to help manage population, and is expected to reach a peak at around 2030, before slowly descending. 

new equations..


Equation 1

Human = eat + sleep + work + enjoy
Donkey = eat + sleep

Therefore,
Human = Donkey + work + enjoy

Therefore,
Human - enjoy = Donkey + work

In other words,
Human that don't know how to enjoy = Donkey that work
============ ========= ========= ========= ========= ===

Unhealthy Foods You Think are Healthy


10
Vegetable Oils
Edible-Cooking-Oils
Like some of us learned in Chemistry class, fat is supposed to be more healthy the more liquid it is, therefore it’s commonly believed that all vegetable oils are healthy. And hey, they’re from plants, too! So this sounds about right. It is actually a general rule that the fat is more healthy the more liquid it is, since the “healthy” double bonds in the unsaturated (or good, if you will) kind of fat will decrease the melting point. However, what most people forget, is that ordinary butter can be liquid too, if it’s just heated a little. The “oil” used for frying in fast food restaurants, is most commonly palm oil, an almost purely saturated (unhealthy) oil. It’s semi-solid at room temperature, but is of course liquid when heated and used for frying, and it’s certainly not healthy. If another more healthy oil had been chosen for frying, those tasty fries wouldn’t have been bad for you. Not at all, as long as the potatoes are of good quality. “Then why don’t the fast food restaurants use the healthy kind of oil then?” you might ask yourself. The unhealthy stuff is cheap, and the fast food companies tend to care more about their money than your health.

The Amazon Rainforest


The Amazon Rainforest, also known in English as Amazonia or the Amazon Jungle, is a moist broad-leaf forest that covers most of the Amazon Basin of South America. This basin encompasses seven million square kilometers (1.7 billion acres), of which five and a half million square kilometers (1.4 billion acres) are covered by the rainforest. This region includes territory belonging to nine nations. The majority of the forest is contained within Brazil, with 60% of the rainforest, followed by Peru with 13%, Colombia with 10%, and with minor amounts in, Venezuela, Ecuador, Bolivia, Guyana, Suriname and French Guiana. States or departments in four nations contain “Amazonas” in their names. The Amazon represents over half of the planet’s remaining rainforests, and it comprises the largest and most species-rich tract of tropical rainforest in the world.

Huge Swarms of Mosquitoes Invade Russian Village of Mikoltsy


No, these are not Starling Murmuration. They are mosquitoes, millions of them that descended upon the Russian village of Mikoltsy near Myadel, Belarus, in the Minsk region on May 14. The mosquitoes were so loud that even cars could not be heard. Photographer Dennis Sour who managed to capture this unusual phenomenon said that although the swarm looked threatening, they didn’t bite. Such activity of mosquitoes is probably caused by the weather.
According to Tatiana Zhukova, director of the Naroch Biological Station, this is a natural process. The lake is home to mosquito larvae. When the larvae grow into adult they leave the water and come to land, where they mate and lay eggs. Large clouds of mosquitoes gather every year but they are usually not noticed because the windy weather blows away the mosquitoes. But on quiet and sunny days, like that on Monday, they become more than apparent.
Weather is known to cause weird behavior among animals and insects. Last year in Pakistan, rising flood waters drove millions of spiders up into the trees where they wove webs completely cocooning the trees.
mosquitoes

Hawaiian Happy Face Spider

This amazing happy-faced spider found in Hawaii is bound to leave you beaming from ear to ear.

The tiny insect, which measures just a few millimetres across, has developed bizarre markings which look just like a smiling face.

Scientists think the spider, which is harmless to humans, has evolved the patterns to confuse predators.

शर्तों पर कर सकते हैं भगवान के दर्शन

इंदौर। बंगाली चौराहे से बायपास की ओर जाते समय वैभवनगर में अपने तरह का एक अजीबोगरीब मंदिर हैं। यहां भगवानों के साथ साथ रामायण और महाभारत काल के राक्षसों की मूर्तियों की भी स्थापना की गई है। मंदिर के द्वार पर पहुंचते ही इसे अलग होने का अहसास शुरू हो जाता है क्योंकि यह प्रवेश भी सशर्त दिया जाता है।   

शर्तों पर कर सकते हैं भगवान के दर्शन

यदि आपको यह अजीबोगरीब मंदिर अंदर से भी देखना है तो यहां आप 108 बार राम नाम लिखने की शर्त स्वीकार करने के बाद ही प्रवेश कर सकते हैं। मंदिर के मुख्य द्वार सहित पूरे परिसर में इसके लिए चेतावनी भरे बोर्ड पर बड़े बड़े अक्षरों में सूचना लिखी हुई है। मंदिर में एक बार अंदर आ गए तो बगैर राम नाम लिखे आप बाहर नहीं निकल सकते यहां के पंडित इसके लिए आपको गालियां देना शुरू कर दें तो भी कोई बड़ी बात नहीं क्योंकि यहां आने वाले सभी जानते हैं कि राम नाम तो लिखना ही पड़ेगा फिर भले ही आप कोई बड़े नेता हो पुरूष हो या कोई महिला हैं इससे कोई फर् नहीं पड़ता।

108 बार राम नाम लिखने के लिए लगाए गए एक बोर्ड शनि महाराज का संदेश भी लिखा है। इस बोर्ड के मुताबिक शनि महाराज कहते हैं कि हे कलियुग वासियो तुम मुझपर तेल चढ़ाना छोड़ दो तो मैं तुम्हारा पीछा छोड़ दूंगा। यदि तुम 108 बार राम नाम लिखना शुरू कर दो तो मैं तुमको सारी विपत्तियों से मुक्त कर दूंगा।

यहां रावण भी पूजे जाते हैं

पूरे मंदिर में हर जगह राम नाम लिखा हुआ है लेकिन फिर भी यहां रावण की विशाल मूर्ति बनाई गई है जो मंदिर के खुले परिसर में स्थापित है। इस मूर्ति के सामने ही शयनअवस्था में कुंभकरण, मेघनाथ और विभीषण की मूर्तियां भी हैं। इसके सामने बने एक अन्य कमरे में त्रिजटा, शबरी, कैकयी, मन्थरा और सूर्पणखा की मूर्तियां स्थापित हैं। इसके ठीक पास में अहिल्या,मन्दोदरी, कुंन्ती, द्रोपदी और तारा की मूर्तियां रखी गई हैं।

चढ़ावा चढ़ाना है शख्त मना 

इस मंदिर में किसी तरह का चढ़ावा या प्रसाद लाने पर मनाही है। यहां न तो एक भी दानपेटी है न ही किसी को भगवान की अगरबत्ती लगाने या जल व प्रसाद चढ़ाने की अनुमति। यहां के पुजार के मुताबिक जिनकी कोई मनोकामना है वे यहां आकर बस 108 बार राम नाम लिखें इतना काफी है। 

3 जुलाई 1990 से शुरू हुआ था निर्माण

अपने आपको राम की भक्ति में समर्पित करने वाले यहां के पुजारी ने 22 साल पहले 3 जुलाई को मंदिर निर्माण की नींव रखी थी। खुद का नाम रामभक्त बताने वाले पुजारी जाती से जैन हैं। वे बताते हैं कि उन्होंने नहीं सोचा था कि इतना विशाल मंदिर बन जाएगा। धीरे धीरे मंदिर बन गया पता ही नहीं चला। यहां का सारा निर्माण उन्होंने अपने पैसों से किया है। कसी से इसके लिए चंदा नहीं मांगा है।

लंका की तर्ज पर गुम्बज

लंका में विभीषण के निवास स्थान पर बनी गुम्बज में अंदर-बाहर सब जगह राम नाम लिखा हुआ था इसी की तर्ज पर यहां बी एक गुम्बज बनाई गई है जिसमें ऊपर नीचे अंदर-बाहर हर तरफ राम नाम लिखा है।
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