खजुराहो


खजुराहो

खजुराहो भारत के मध्य प्रदेश प्रान्त में स्थित एक प्रमुख शहर है जो अपने प्राचीन एवं मध्यकालीन मंदिरों के लिये विश्वविख्यात है। यह मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। खजुराहो को प्राचीन काल में खजूरपुरा और खजूर वाहिका के नाम से भी जाना जाता था। यहां बहुत बड़ी संख्या में प्राचीन हिन्दू और जैन मंदिर हैं। मंदिरों का शहर खजुराहो पूरे विश्व में मुड़े हुए पत्थरों से निर्मित मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। भारत के अलावा दुनिया भर के आगन्तुक और पर्यटक प्रेम के इस अप्रतिम सौंदर्य के प्रतीक को देखने के लिए निरंतर आते रहते है। हिन्दू कला और संस्कृति को शिल्पियों ने इस शहर के पत्थरों पर मध्यकाल में उत्कीर्ण किया था। संभोग की विभिन्न कलाओं को इन मंदिरों में बेहद खूबसूरती के उभारा गया है।
खजुराहो का इतिहास लगभग एक हजार साल पुराना है। यह शहर चंदेल साम्राज्‍य की प्रथम राजधानी था। चन्देल वंश और खजुराहो के संस्थापक चन्द्रवर्मन थे। चंदेल मध्यकाल में बुंदेलखंड में शासन करने वाले राजपूत राजा थे। वे अपने आप का चन्द्रवंशी मानते थे। चंदेल राजाओं ने दसवीं से बारहवी शताब्दी तक मध्य भारत में शासन किया। खजुराहो के मंदिरों का निर्माण 950 ईसवीं से 1050 ईसवीं के बीच इन्हीं चंदेल राजाओं द्वारा किया गया। मंदिरों के निर्माण के बाद चंदेलों ने अपनी राजधानी महोबा स्थानांतरित कर दी। लेकिन इसके बाद भी खजुराहो का महत्व बना रहा।
मध्यकाल के दरबारी कवि चन्द्रवरदायी ने पृथ्वीराज रासो के महोबा खंड में चंदेलों की उत्पत्ति का वर्णन किया है। उन्होंने लिखा है कि काशी के राजपंडित की पुत्री हेमवती अपूर्व सौंदर्य की स्वामिनी थी। एक दिन वह गर्मियों की रात में कमल-पुष्पों से भरे हुए तालाब में स्नान कर रही थी। उसकी सुंदरता देखकर भगवान चन्द्र उन पर मोहित हो गए। वे मानव रूप धारणकर धरती पर आ गए और हेमवती का हरण कर लिया। दुर्भाग्य से हेमवती विधवा थी। वह एक बच्चे की मां थी। उन्होंने चन्द्रदेव पर अपना जीवन नष्ट करने और चरित्र हनन का आरोप लगाया।
अपनी गलती के पश्चाताप के लिए चन्द्र देव ने हेमवती को वचन दिया कि वह एक वीर पुत्र की मां बनेगी। चन्द्रदेव ने कहा कि वह अपने पुत्र को खजूरपुरा ले जाए। उन्होंने कहा कि वह एक महान राजा बनेगा। राजा बनने पर वह बाग और झीलों से घिरे हुए अनेक मंदिरों का निर्माण करवाएगा। चन्द्रदेव ने हेमवती से कहा कि राजा बनने पर तुम्हारा पुत्र एक विशाल यज्ञ का आयोजन करगा जिससे तुम्हारे सारे पाप धुल जाएंगे। चन्द्र के निर्देशों का पालन कर हेमवती ने पुत्र को जन्म देने के लिए अपना घर छोड़ दिया और एक छोटे-से गांव में पुत्र को जन्म दिया।
हेमवती का पुत्र चन्द्रवर्मन अपने पिता के समान तेजस्वी, बहादुर और शक्तिशाली था। सोलह साल की उम्र में वह बिना हथियार के शेर या बाघ को मार सकता था। पुत्र की असाधारण वीरता को देखकर हेमवती ने चन्द्रदेव की आराधना की जिन्होंने चन्द्रवर्मन को पारस पत्थर भेंट किया और उसे खजुराहो का राजा बनाया। पारस पत्थर से लोहे को सोने में बदला जा सकता था।
चन्द्रवर्मन ने लगातार कई युद्धों में शानदार विजय प्राप्त की। उसने कालिंजर का विशाल किला बनवाया। मां के कहने पर चन्द्रवर्मन ने तालाबों और उद्यानों से आच्छादित खजुराहो में 85 अद्वितीय मंदिरों का निर्माण करवाया और एक यज्ञ का आयोजन किया जिसने हेमवती को पापमुक्त कर दिया। चन्द्रवर्मन और उसके उत्तराधिकारियों ने खजुराहो में अनेक मंदिरों का निर्माण करवाया।
जब से ब्रिटिश इंजीनियर टी एस बर्ट ने खजुराहो के मंदिरों की खोज की है तब से मंदिरों के एक विशाल समूह को 'पश्चिमी समूह' के नाम से जाना जाता है। यह खजुराहो के सबसे आकर्षक स्थानों में से एक है। इस स्थान को युनेस्को ने 1986 में विश्व विरासत की सूची में शामिल भी किया है।
पश्चिमी समूह
इस परिसर के विशाल मंदिरों की बहुत ज्यादा सजावट की गई है। यह सजावट यहां के शासकों की संपन्नता और शक्ति को प्रकट करती है। इतिहासकारों का मत है कि इनमें हिन्दू देवकुलों के प्रति भक्ति भाव दर्शाया गया है। देवकुलों के रूप में या तो शिव या विष्णु को दर्शाया गया है। इस परिसर में स्थित लक्ष्मण मंदिर उच्च कोटि का मंदिर है। इसमें भगवान विष्णु को बैकुंठम के समान बैठा हुआ दिखाया गया है। चार फुट ऊंची विष्णु की इस मूर्ति में तीन सिर हैं। ये सिर मनुष्य, सिंह और वराह के रूप में दर्शाए गए हैं। कहा जाता है कि कश्मीर के चम्बा क्षेत्र से इसे मंगवाया गया था। इसके तल के बाएं हिस्से में आमलोगों के प्रतिदिन के जीवन के क्रियाकलापों, कूच करती हुई सेना, घरेलू जीवन तथा नृतकों को दिखाया गया है।
मंदिर के प्लेटफार्म की चार सहायक वेदियां हैं। 954 ईसवीं में बने इस मंदिर का संबंध तांत्रिक संप्रदाय से है। इसका अग्रभाग दो प्रकार की मूर्तिकलाओं से सजा है जिसके मध्य खंड में मिथुन या आलिंगन करते हुए दंपत्तियों को दर्शाता है। मंदिर के सामने दो लघु वेदियां हैं। एक देवी और दूसरा वराह देव को समर्पित है। विशाल वराह की आकृति पीले पत्थर की चट्टान के एकल खंड में बनी है।
कंदरिया महादेव मंदिर
कंदरिया महादेव मंदिर पश्चिमी समूह के मंदिरों में विशालतम है। यह अपनी भव्यता और संगीतमयता के कारण प्रसिद्ध है। इस विशाल मंदिर का निर्माण महान चंदेल राजा विद्याधर ने महमूद गजनवी पर अपनी विजय के उपलक्ष्य में किया था। लगभग 1050 ईसवीं में इस मंदिर को बनवाया गया। यह एक शैव मंदिर है। तांत्रिक समुदाय को प्रसन्न करने के लिए इसका निर्माण किया गया था। कंदरिया महादेव मंदिर लगभग 107 फुट ऊंचा है। मकर तोरण इसकी मुख्य विशेषता है। मंदिर के संगमरमरी लिंगम में अत्यधिक ऊर्जावान मिथुन हैं। अलेक्जेंडर कनिंघम के अनुसार यहां सर्वाधिक मिथुनों की आकृतियां हैं। उन्होंने मंदिर के बाहर 646 आकृतियां और भीतर 246 आकृतियों की गणना की थीं।
देवी जगदम्बा मंदिर
कंदरिया महादेव मंदिर के चबूतरे के उत्तर में जगदम्बा देवी का मंदिर है। जगदम्बा देवी का मंदिर पहले भगवान विष्णु को समर्पित था, और इसका निर्माण 1000 से 1025 ईसवीं के बीच किया गया था। सैकड़ों वर्षों पश्चात यहां छतरपुर के महाराजा ने देवी पार्वती की प्रतिमा स्थापित करवाई थी इसी कारण इसे देवी जगदम्बा मंदिर कहते हैं। यहां पर उत्कीर्ण मैथुन मूर्तियों में भावों की गहरी संवेदनशीलता शिल्प की विशेषता है। यह मंदिर शार्दूलों के काल्पनिक चित्रण के लिए प्रसिद्ध है। शार्दूल वह पौराणिक पशु था जिसका शरीर शेर का और सिर तोते, हाथी या वराह का होता था।
सूर्य मंदिर
खजुराहो में एकमात्र सूर्य मंदिर है जिसका नाम चन्द्रगुप्त है। चन्द्रगुप्त मंदिर एक ही चबूतरे पर स्थित चौथा मंदिर है। इसका निर्माण भी विद्याधर के काल में हुआ था। इसमें भगवान सूर्य की सात फुट ऊंची प्रतिमा कवच धारण किए हुए स्थित है। इसमें भगवान सूर्य सात घोड़ों के रथ पर सवार हैं। मंदिर की अन्य विशेषता यह है कि इसमें एक मूर्तिकार को काम करते हुए कुर्सी पर बैठा दिखाया गया है। इसके अलावा एक ग्यारह सिर वाली विष्णु की मूर्ति दक्षिण की दीवार पर स्थापित है।
बगीचे के रास्ते में पूर्व की ओर पार्वती मंदिर स्थित है। यह एक छोटा-सा मंदिर है जो विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर को छतरपुर के महाराजा प्रताप सिंह द्वारा 1843-1847 ईसवीं के बीच बनवाया गया था। इसमें पार्वती की आकृति को गोह पर चढ़ा हुआ दिखाया गया है। पार्वती मंदिर के दायीं तरफ विश्वनाथ मंदिर है जो खजुराहो का विशालतम मंदिर है। यह मंदिर शंकर भगवान से संबंधित है। यह मंदिर राजा धंग द्वारा 999 ईसवीं में बनवाया गया था। चिट्ठियां लिखती अपसराएं, संगीत का कार्यक्रम और एक लिंगम को इस मंदिर में दर्शाया गया है।

पूर्वी समूह

पूर्वी समूह के मंदिरों को दो विषम समूहों में बांटा गया है। जिनकी उपस्थिति आज के गांधी चौक से आरंभ हो जाती है। इस श्रेणी के प्रथम चार मंदिरों का समूह प्राचीन खजुराहो गांव के नजदीक है। दूसरे समूह में जैन मंदिर हैं जो गांव के स्कूल के पीछे स्थित हैं। पुराने गांव के दूसरे छोर पर स्थित घंटाई मंदिर को देखने के साथ यहां के मंदिरों का भ्रमण शुरू किया जा सकता है। नजदीक ही वामन और जायरी मंदिर भी दर्शनीय स्थल हैं। 1050 से 1075 ईसवीं के बीच वामन मंदिर का निर्माण किया गया था। विष्णु के अवतारों में इसकी गणना की जाती है। नजदीक ही जायरी मंदिर हैं जिनका निमार्ण 1075-1100 ईसवीं के बीच माना जाता है। यह मंदिर भी विष्णु भगवान को समर्पित है। इन दोनों मंदिरों के नजदीक ब्रह्मा मंदिर हैं जिसकी स्‍थापना 925 ईसवीं में हुई थी। इस मंदिर में एक चार मुंह वाला लिंगम है। ब्रह्मा मंदिर का संबंध ब्रह्मा से न होकर शिव से है।
जैन मंदिर
इन मंदिरों का समूह एक कम्पाउंड में स्थित है। जैन मंदिरों को दिगम्बर सम्प्रदाय ने बनवाया था। यह सम्प्रदाय ही इन मंदिरों की देखभाल करता है। इस समूह का सबसे विशाल मंदिर र्तीथकर आदिनाथ को समर्पित है। आदिनाथ मंदिर पार्श्‍वनाथ मंदिर के उत्तर में स्थित है। जैन समूह का अन्तिम शान्तिनाथ मंदिर ग्यारहवीं शताब्दी में बनवाया गया था। इस मंदिर में यक्ष दंपत्ति की आकर्षक मूर्तियां हैं।

दक्षिणी समूह

इस भाग में दो मंदिर हैं। एक भगवान शिव से संबंधित दुलादेव मंदिर है और दूसरा विष्णु से संबंधित है जिसे चतुर्भुज मंदिर कहा जाता है। दुलादेव मंदिर खुद्दर नदी के किनारे स्थित है। इसे 1130 ईसवी में मदनवर्मन द्वारा बनवाया गया था। इस मंदिर में खंडों पर मुंद्रित दृढ़ आकृतियां हैं। चतुर्भुज मंदिर का निर्माण 1100 ईसवीं में किया गया था। इसके गर्भ में 9 फुट ऊंची विष्णु की प्रतिमा को संत के वेश में दिखाया गया है। इस समूह के मंदिर को देखने लिए दोपहर का समय उत्तम माना जाता है। दोपहर में पड़ने वाली सूर्य की रोशनी इसकी मूर्तियों को आकर्षक बनाती है।














I m speechless....


I m speechless....


Our phones ~~ wireless!
 
Cooking ~~ fireless!
 
Cars ~~ keyless!
 
Food ~~ fatless!
 
Dress ~~ sleeveless !
 
Youth ~~ jobless!
 
Leaders ~~ shameless!
 
Relationships ~~meaningless!
 
Attitude ~~ careless!
 
Wives ~~ fearless!
 
Feelings ~~ heartless!
 
Education ~~ valueless!
 
Children ~~ mannerless !
 
Everything is becoming LESS But still, Our Hopes are ~~ Endless.
 
In fact, I am speechless.


--
We Always Feel that, GOD never comes on Time When We Call Him...
But the Truth is ~ "He is Always on Time" But "We are Always in Hurry




First edition of 'Birds of America' sells for $8million


First edition of 'Birds of America' sells for $8million



A rare first edition of John James Audubon's illustrated 'The Birds of America' depicting more than 400 life-size North American species in four monumental volumes was purchased at auction Friday for $7.9 million.
Christie's auction house identified the buyer as an American collector who bid by phone.
The winning bid was within the presale estimate of $7 million to $10 million for the work, considered a masterpiece of ornithology art.




Sold: A rare first edition, four volume set of John James Audubon's The Birds of America, accompanied by a first edition five-volume set on his Ornithological Biography, sold at auction Friday for $7.9 million




Life-sized view: The books, seen in London during the auctioning of three first-editions in 2010, are three and a half feet tall as it was the design to portray the birds life-sized
Another complete first edition of 'The Birds of America' sold at Sotheby's in London in December 2010 for $11.5 million, a record for the most expensive printed book sold at auction.
The 3 1/2-foot-tall books feature hand-colored prints of all the species known to Audubon in early 19th-century North America. 





































Rarity: Today 120 first-editions are known to exist, with 107 in institutions and 13 in private hands



Fitting: Audubon insisted on fitting the birds on the book's pages which at the time could not be made any larger than what is seen today



Original masterpieces: Considered a masterpiece of ornithology art, the four-volume set contains more than 400 engraved hand-colored plates of all the North American species known to Audubon in the early 19th century
Audubon insisted on the book's large format – printed on the largest handmade sheets available at the time – because of his desire to portray the birds in their actual size and natural habitat.
He found creative ways to paint them to fit the page, including showing large species feeding with their necks bent.
The set at Christie's was offered for sale by the heirs of the 4th Duke of Portland.



Positioning: Audubon would bend the birds' necks in ways to fit them appropriately in the limited space he had for the books

Passage: The set auctioned at Christie's was offered for sale by the heirs of the 4th Duke of Portland

Passage: The set auctioned at Christie's was offered for sale by the heirs of the 4th Duke of Portland

Creation: The life-size prints were made from engraved copper plates based on Audubon's original watercolors, painted for both art and scientific study
Creation: The life-size prints were made from engraved copper plates based on Audubon's original watercolors, painted for both art and scientific study
It was accompanied by a complete first edition five-volume set of Audubon's 'Ornithological Biography.'
Experts estimate that 200 complete first-edition copies were produced over an 11-year period, from 1827 to 1838. 
Today, 120 are known to exist, with 107 in institutions and 13 in private hands. 
The book, part scientific and part art, includes 435 hand-colored, life-size prints of 497 bird species, made from engraved copper plates based on Audubon's original watercolors. Read more









10 Most Powerful Secrets of Success


10 Most Powerful Secrets of Success



The following 10 simple but powerful secrets of success can dramatically change your life for the better.

When you infuse these secrets into your life and make them part of your daily life, you are bound to succeed in whatever you set yourself to do.
The secrets are hereby revealed!

1. Follow your passion.Passion is a strong feeling of excitement about something or someone. If for example you are passionate about your job you tend to do it better than anyone else. You add your own flavor or signature and others are bound to notice. Successful people all over the world, in all industries and all types of sports or arts have managed to find their passion. In so doing they tend to rise above ordinary achievers.
Do yourself a favor by striking conversation with anyone that you consider to be successful. Direct your conversation to what they do. You will feel the positive energy when they start telling you about what they do. This positive energy is fueled by passion.

2. Use you talent or talents.Every one of us has at least one thing that they can do better than anyone else in the whole universe. Like our finger prints we are all unique in one way or the other. Successful people have managed to identify their unique talent or talents. They use their talents not only to advance themselves but also to provide service to humanity.
Some people are fortunate to have managed to identify their talents earlier in their lives. Some do manage to find their talents in their senior years. Irrespective, it is never too late to identify your unique talent and use it to benefit yourself, your family, you community and everyone else.

3. Find your niche.
You have to offer your clients, recipients or consumers of your services something unique. Copying or imitating someone else it has never been a good strategy. After all you will never be able to comprehensively understand and implement other people's ideas without them revealing their secrets to you.
When you persist on the road of imitation you are not only cheating yourself but you may get hurt in the long run. By the way imitators live other people dreams and successful people bring their own flavor to the market.

4. Habitually think positive thoughts.Nothing positive will come out a mind full of negative thoughts. If you continuously think of failure, you bound to find it at your doorstep. Put yourself in a state where your mind is full of positive thoughts.
Successful people are the most positive people you can ever come across. Their positive outlook is not only confined in what they do, they have a general positive outlook in politics, economy, relationships and so forth.

5. Know what you want.
Get into the mode of setting your own goals. Know exactly where you are going, how you going to get there and when are you going to get there. Your goals must be SMARTE i.e. Simple - Measurable - Achievable - Realistic - Time based - Exciting.
Just like successful people, get into the habit of setting SMARTE goals and you will be amazed at what you can achieve.

6. Take action.
It is commendable to have plans, "smarte" goals and dreams but if you are lazy to act, you are going nowhere. You have get out there and make things happen if you want your life to change for the better. However before acting you must have a clearly defined plan. Without a plan your action will yield nothing desirable to you.
Successful people work smart, follow their dream and are guided by their goals. Some of them work long hours, but that is only because they enjoy what they do.

7. Be persistent.
History is littered with intelligent, talented and highly educated people who amounted to nothing. Most of these people came up with brilliant ideas or were involved in ventures that could have revolutionized our history. Their only downfall is lack of persistence; they gave up too easily, too soon.
The world over, successful people are persistent. It is easy too see why. They are passionate, they operate within their niche and they use their unique talents well.

8. Have integrity.Integrity is the most important character or trait of successful people. You have to be honest, upfront and upright in your dealings. In this way you live with clean conscience. Successful people have mastered the art of communicating their vision well to others, e.g. employees, financiers, customers or family members. They have done so because they have realized that in order to succeed others have to buy into their vision.

9. Learn the art of communication.
Experts tell us that communication consist of 7% words, 38% tone of our voice and 55% body language. Learn to hear, see, understand and use all components of communication to your advantage.

10. Continuously improve yourself.
Life long learning is the key. The biggest challenge of our times is not literacy or the ability to count, but is the ability to learn, unlearn and re-learn always. To stay on top of your game, you have to consciously improve yourself in order to stay abreast of the changes in your operational area.
Successful people can foresee change in their niche long before ordinary people experience that change. In this way they manage to plan and benefit from changing conditions in their niche.


















Seamlessly Blending into Backgrounds


Lima, Peru-born artist Cecilia Paredes might just remind you of the female version of modern-day magician Liu Bolin. Working with her assistants, she creates photo performance based works that have her seamlessly blended into backgrounds. Acting as both the photographer and the subject, she uses make-up, body paint and any costume she needs to make her virtually disappear.
"The illusion of 'disappearing' into the landscape that surrounds her, is in reality a blending, she is now 'part of the landscape' in her quest of belonging," Paredes explains to us. "The theme behind all is re-location after displacement and migration and how one has to adjust in order to belong. Tough it is, but it has to be done, without forgetting our origin."
The intricate backgrounds add an interesting and complicated dynamic to these pieces. While in some cases the photographer is turned away from the camera, her carefully chosen pose adding drama to the piece, in still others we can see the whites of her eyes, giving us that haunting feeling of discovering something we shouldn't.




















Chinese food display in year of Dragon

 Chinese food display in year of Dragon





Dates: January 22 (Chinese New Year's Eve) to February 6 (Lantern Festival)


Chinese New Year, also known as the Spring Festival, is the most important traditional festival and a public holiday in China. The Chinese New Year 2012 starts in January 22 (Chinese New Year' Eve). It is the year of dragon. The festival falls on the first day of the first Chinese month (usually in late January and early February), and ends with Lantern Festival which is on the 15th day. China Highlights, offer travelers the unique opportunity to celebrate Chinese festivals including the Chinese New Year as locals do.


The festival is celebrated grandly and extensively across the country. Various cultural activities such as lighting fireworks, dragon dancing, lion dancing and other traditional performances, are arranged in parks and streets in cities and towns. Every family thoroughly cleans the house, sweeps the floors and washes daily things. House cleaning is believed to drive away ill-fortune and bring good luck in the coming year. Windows and doors are decorated with red paper-cuts and couplets. See New Year decorations.


Chinese New Year is a time for families to be together. A reunion dinner is held on New Year's Eve, when New Year food including Chinese dumplings and spring rolls is eaten.


From the first day of the New Year to the 15th day, Chinese people go to visit friends and relatives. New year greetings are given to each other, and lucky money is given to children with the hope that it will bring them good luck.


चाइनीज न्यू ईयर 22 जनवरी से शुरु होने वाला है । इस अवसर से पेश है ड्रेगन की शक्ल में कुछ चाइनीज फुड -






भगवती भद्रकाली के ध्यान

भगवती भद्रकाली के ध्यान



भगवती भद्रकाली के ध्यान

Bookmark and Share

Kali Meditation

भगवती भद्रकाली के ध्यान


तन्त्रों में भगवती भद्रकाली का ध्यान इस प्रकार दिया गया है -
“डिम्भं डिम्भं सुडिम्भं पच मन दुहसां झ प्रकम्पं प्रझम्पं, विल्लं त्रिल्लं
त्रि-त्रिल्लं त्रिखलमख-मखा खं खमं खं खमं खम् ।
गूहं गूहं तु गुह्यं गुडलुगड गुदा दाडिया डिम्बुदेति,
नृत्यन्ती शब्दवाद्यैः प्रलयपितृवने श्रेयसे वोऽस्तु काली ।।”

भद्रकाली के भी दो भेद हैं (१) विपरित प्रत्यंगिरा भद्रकाली तथा (२) षोडश भुजा दुर्गाभद्रकालीमार्कण्डेय पुराणान्तर्गत दुर्गासप्तशती में जो काली अम्बिका के ललाट से उत्पन्न हुई, वह कालीपुराण से भिन्न हैं । उसका ध्यान इस प्रकार है -
नीलोत्पल-दल-श्यामा चतुर्बाहु समन्विता ।
खट्वांग चन्द्रहासञ्च चिभ्रती दक्षिणकरे ।।
वामे चर्म च पाशञ्च उर्ध्वाधो-भावतः पुनः ।
दधती मुण्डमालाञ्च व्याघ्र-चर्म वराम्बरा ।।
कृशांगी दीर्घदंष्ट्रा च अतिदीर्घाऽति भीषणा ।
लोल-जिह्वा निम्न-रक्त-नयना नादभैरवा ।।
कबन्धवाहना पीनविस्तार श्रवणानना ।।

‘दक्षिणकाली’ मन्त्र विग्रह हृदय में “प्रलय-कालीन-ध्यान” इस प्रकार है - more on vadicjagat.com




पुरुष और महिला में फर्क

पुरुष और महिला में फर्क



पुरुष और महिला में फर्क .......................


महिलाएं फोन के वाईफाई फीचर की तरह होती हैं ।

सभी नेटवर्क पकड़ती हैं लेकिन जुड़ती सबसे मजबूत के साथ ही हैं ।

पुरुष ब्लूटूथ की तरह होते हैं, जो भी मिलता है उससे ही पेयरिंग (जुड़ना) शुरु कर देते हैं ।






मंदी क्या होती है

मंदी क्या होती है



नौकरी के लिए साक्षात्कार चल रहा था

साक्षात्कारकर्ताः मंदी क्या होती है?

उम्मीदवारः जब शराब और गर्लफ्रैंड का स्थान पानी और पत्नी ले लेते हैं जिंदगी के उस दौर को मंदी कहते हैं।





A boy is about to go on his first date


A boy is about to go on his first date


A boy is about to go on his first date, and is nervous about what to talk about. He asks his father for advice. 
The father replies: "My son, there are three subjects that always work. These are food, family, and philosophy." 
The boy picks up his date and they go to a soda fountain. Ice cream sodas in front of them, they stare at each other for a long time, as the boy's nervousness builds. He remembers his father's advice, and chooses the first topic. 
He asks the girl: "Do you like spinach?" 
She says "No," and the silence returns. 
After a few more uncomfortable minutes, the boy thinks of his father's suggestion and turns to the second item on the list. 
He asks, "Do you have a brother?" 
Again, the girl says "No" and there is silence once again. 
The boy then plays his last card. He thinks of his father's advice and asks the girl the following question: "If you had a brother, would he like spinach?"




भारत और पाकिस्तान में फर्क

भारत और पाकिस्तान में फर्क



प्रश्नः भारत और पाकिस्तान में क्या फर्क है?

उत्तरः भारत में सरकार सेनाप्रमुख की उम्र तय करती है, पाकिस्तान में सेनाप्रमुख सरकार की उम्र तय करता है।





दोबारा मौका

दोबारा मौका


पति काम से लौटकर घर पहुंचा ।

पत्नीः मैंने आज नौकरानी को घर से निकाल दिया है ।

पतिः लेकिन उस बेचारी को एक मौका तो दे देतीं ।

पत्नीः उसे तो कोई भी मौका दे देगा लेकिन मैं तुम्हें दोबारा मौका नहीं देना चाहती ।
























आकर्षण – वशीकरण शाबर मन्त्र

आकर्षण – वशीकरण शाबर मन्त्र




१॰ मन्त्र -
“बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम”
विधिः-
मुँह में दूध भरकर उक्त मन्त्र ७८६ बार पढ़ें । फिर वह दूध उगलकर किसी पदार्थ में मिलाकर जिस स्त्री को खिला-पिला दिया जाए, वह आजीवन वश में रहेगी ।


visit for more vadicjagat.com




10 Unique Cemeteries


10 Unique Cemeteries


01. Underwater Cemetery - Miami, USA
The Neptune Memorial Reef also known as the Atlantis Memorial Reef or the Atlantis Reef is an underwater mausoleum for cremated remains and the world's largest man-made reef (covering over 600,000 square feet (56,000 m²) of ocean floor). The place was chosen at 3.25 miles (either 6.0 km or 5.2 km) off the coast of Key Biscayne, Florida. It is a type of burial at sea and the first phase is estimated to be able to accommodate 850 remains, with an eventual goal of more than 125,000 remains. The man-made reef, located three miles (5 km) off the coast of Florida's Key Largo, opened in 2007 after a number of difficulties, including permits. The reef stretches across 16 acres (65,000 m2) of ocean floor designed as both a home for sea life and "a destination for divers". Cremated remains are mixed into different structures and columns. 
Among its residents: 86-year-old Edith Hink of Naples who passed away last year. Her family decided she loved the water so much, they'd try something new. Hink was cremated and buried at the underwater cemetery off the coast of Miami Beach.

02. Sucre's General Cemetery - Bolivia

In Bolivia, at the Sucre's Cementerio General, the family pays for a vault upon their loved one's demise: $10,000 for seven years. After those seven years are up, the deceased's corpse is moved from the vault into the ground. And after twenty years in the ground, the remains are removed entirely. Seems kind of harsh, but still: there are probably very few people whose deaths need more than 27 years of mourning.

Men are often buried with their workmates, betraying how tightly bound a Bolivian's identity is to his profession. Here, they're not so much family men who happen to work as truck drivers; they're truck drivers who happen to have a family. In Sucre's cemetery, large common vaults owned by unions — coal miners, lawyers and teachers among them — occupy a lot of ground. Likewise, children aren't buried with their parents, but with other children under a large hill of white graves, which is both beautiful and sad. The kids' shrines are filled with Disney characters, coke bottles, toys and poems. Adults, too, have shrines filled with the things they loved — often tiny liquor bottles, or a pack of cigarettes.

There's a lot of history in Sucre's cemetery, as well. Among the many presidents buried here is Hilarión Daza, who sparked the disastrous War of the Pacific with Chile, which cost Bolivia its coastline.

03. The Merry Cemetery - Romania
The original character of the cemetery is first of all suggested by its name: Cimitirul Vesel that means The Merry Cemetery. This paradoxical name is due to the vivid colours of the crosses and the amusing or satirical epitaphs carved on them. It is said that this joyful attitude towards death is a legacy of the Dacians who believed in the immortality of the soul and that death was only a passage to a better life. They did not see death as a tragic end, but as a chance to meet with the supreme god, Zalmoxis.

The cemetery dates back to the mid-1930's and is the creation of the local folk artist Stan Ioan Patras, sculptor, painter and poet rolled in one. Patras used all his skills to create colourful tombstones with naïve paintings describing, in an original and poetic manner, the persons that are buried there as well as scenes from their lives.

04. City Of The Dead - North Ossetia
Christian churches, agricultural prosperity and a magnificent ancient necropolis, known as the City of the Dead attract tourists from all over Russia. The village of Dargavs, or as the locals call it, the City of the Dead, has a cemetery with almost 100 ancient stone crypts where people that lived in the valley buried their loved ones along with clothes and belongings.

The first mention about the City of the Dead dates back to the beginning of the 14th Century. The ancestors of Ossetians settled down on the five mountain ridges, but the land was so expensive they were forced to choose the windiest and most unserviceable place for their cemetery. In the times of the plague many people, with no one left to bury them, would come to the crypt and wait for their death.

05. Newgrange - Ireland
Newgrange, County Meath, Ireland, was constructed over 5,000 years ago (about 3,200 B.C.), making it older than Stonehenge in England and the Great Pyramid of Giza in Egypt. The Megalithic Passage Tomb at Newgrange was built about 3200 BC. The kidney shaped mound covers an area of over one acre and is surrounded by 97 kerbstones, some of which are richly decorated with megalithic art. The 19 meter long inner passage leads to a cruciform chamber with a corbelled roof. It is estimated that the construction of the Passage Tomb at Newgrange would have taken a work force of 300 at least 20 years.

06. Small River Cemetery No 5 - Xinjiang, China
In the middle of a terrifying desert north of Tibet, Chinese archaeologists have excavated an extraordinary cemetery. Its inhabitants died almost 4,000 years ago, yet their bodies have been well preserved by the dry air.

The cemetery lies in what is now China's northwest province of Xinjiang, yet the people have European features, with brown hair and long noses. Their remains, though lying in one of the world's largest deserts, are buried in upside-down boats. And where tombstones might stand, declaring pious hope for some god's mercy in the afterlife, their cemetery sports instead a vigorous forest of phallic symbols, signaling an intense interest in the pleasures or utility of procreation.

07. Wadi-us-Salaam - Iraq
Wadi-us-Salaam (Valley of Peace) is the largest Islamic cemetery, and one of the largest cemeteries in the world. Located in Najaf, Iraq, this cemetery holds the graves of many Prophets, and is located near the Holy Tomb of Hazrat Imam Ali ibn Abu Talib (as).The cemetery covers 1485.5 acres (6 km²) and contains approximately 5 million bodies.

08. Hanging Coffins - Philippines

About six hours by bus from the Luzon island town of Banaue, north of Manila, the people of Sagada have devised a unique burial ritual involving the placement of dead relatives into caves after carefully preparing a hollowed out log. These coffins are carved by the elderly before they die; if they are too ill or weak their son or other close relative will do it for them. This ritual involves pushing the bodies into the tight spaces of the coffins, and often bones are cracked and broken as the process is completed.

After the deceased are put inside these coffins they are then brought to caves high in the cliffs where they join the coffins of other ancestors. The Segada people prefer to be buried in the cliffs than to be buried in the ground and have been doing this for more than 2,000 years.

09. La Recoleta Cemetery - Argentina
La Recoleta Cemetery is a famous cemetery located in the exclusive Recoleta neighbourhood of Buenos Aires, Argentina. It contains the graves of notable people, including Eva Perón, Raúl Alfonsín, and several presidents of Argentina. Recoleta Cemetery is both an outstanding cemetery and a highly valuable architectonic piece. It is a true outdoors art gallery, a unique exhibition of different architectonic styles and sculptures. In 1946, Recoleta Cemetery was declared National Historic Museum, since, among its little streets, we can find the graves of national heroes, Argentine presidents, brave soldiers, great scientists, and renowned artists and celebrities.

10. Single Woman's Churchyard - England
The Cross Bones Graveyard is an unusual cemetery located in the United Kingdom. It is a post-medieval disused burial ground in London, England. Originally, this graveyard was established as an unconsecrated graveyard for ‘single women,' a euphemism for prostitutes and was known as the ‘Single Woman's Churchyard'. It had become a pauper's cemetery in 1769. It is believed that more than 15,000 people have been buried there.