जिसे समझा था पहाड़, वो निकला हजारों साल पुराना पिरामिड


जिसे समझा था पहाड़, वो निकला हजारों साल पुराना पिरामिड


बोस्निया के विसोसिका में एक पुराना पिरामिड है। पहले इसे पहाड़ समझा जाता था। अक्टूबर 2005 में बोस्निया में रहने वाले अमेरिकी खोजकर्ता सेमिर उस्मनाजिक ने ये सनसनीखेज घोषणा की थी कि ये पहाड़ दरअसल मानवनिर्मित पिरामिड है। यह विशाल पिरामिड पिछले आइसऐज के दौरान करीब 12 हजार साल पहले बनाया गया था। पहाड़ में बनी 3.8 किलोमीटर लंबी सुरंग से यह खुलासा हुआ था। इसका नाम पिरामिड ऑफ सन रखा गया है। 

सैटेलाइट फोटोग्राफ और थर्मल इमेजिंग से पता चला कि विसोसिका हिल्स में दो छोटे पिरामिड हैं। माना जाता है कि ये सुरंग इन तक पहुंचती होगी। रिसर्च से यहां करीब सात हजार साल पुरानी सभ्यता के सबूत मिले। जर्मनी के एक पुरातत्व शास्त्री ने यहां से नवपाषण युग के 24 हजार अवशेष तलाशे थे। पिरामिड ऑफ सन गिजा के पिरामिड से भी ऊंचा है। यहां पर कुछ और प्राचीन निर्माणों के अवशेष भी मिले। 

चर्चा में आने के बाद दुनियाभर के पुरातत्व शास्त्री यहां रिसर्च के लिए आने लगे। ज्यादातर का मानना था कि ये मध्यकालीन युग के रोमन लोगों का काम होगा। यूरोपियन एसोसिएशन ऑफ आर्किओलॉजिस्ट के अध्यक्ष प्रोफेसर एंथनी हार्डिग ने भी यहां रिसर्च की और कहा कि ये पहाड़ प्राकृतिक रूप से बना है। आइसऐज के दौरान जो लोग यहां रहते थे, उनके पास इसे बनाने के न साधन थे और न ही कारण था। 

2007 में मिस्र के पिरामिड विशेषज्ञ नबील मोहम्मद ने इस पर रिसर्च की थी। उन्होंने भी इसके मानव निर्मित होने की संभावना को खारिज नहीं किया है।



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